वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में कॉरिडोर के मामले में जिला प्रशासन को लगातार समर्थन मिल रहा है. एक गोस्वामी परिवार ने वृंदावन के विकास के लिए अपनी जमीन स्वेच्छा से दे दी है. आपको बता दें कि यति गोस्वामी व उनके दो पुत्र अंशुल व आकाश ने 75 वर्ग मीटर जमीन स्वेच्छा एवं सहमति से शपथ पत्र देकर दी है. उनका कहना है कि वृंदावन के विकास के लिए उन्होंने यह जमीन अपनी इच्छा से दी है. सरकार उन्हें उनकी जमीन का उचित मुआवजा देगी.
इस बारे में जिला अधिकारी सीपी सिंह का कहना है कि वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के कॉरिडोर के मामले में लगातार लोगों का समर्थन मिल रहा है. जिला अधिकारी का कहना है कि यति गोस्वामी एवं उनके पुत्रों ने स्वेच्छा से शपथ देकर अपनी जमीन कॉरिडोर के लिए देने की सहमति दी है.
मथुरा जिलाधिकारी का कहना है कि दुकान के बदले लोगों को दुकान व मकान के बदले मकान व उनकी जमीन का भरपूर मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि वृंदावन के विकास में सभी लोग अपनी सहमति प्रदान करें. हालांकि, काफी लोग हैं जो इसपर राजी नहीं है. उनकी अपनी मांगें हैं.
गौरतलब है कि वृंदावन के प्रस्तावित कॉरिडोर और ट्रस्ट निर्माण की योजना के खिलाफ विरोध जारी है. मंदिर से सदियों से जुड़े स्थानीय गोस्वामी समाज की महिलाओं/पुरुषों ने असंतोष प्रकट किया है. इस क्रम में उन्होंने यूपी सरकार और केंद्र को खून से लिखा अपनी मांग वाला पत्र भेजा है. उनका कहना है कि कॉरिडोर और ट्रस्ट निर्माण से मंदिर की परंपरागत व्यवस्था, आध्यात्मिक वातावरण, और उनके पारंपरिक सेवा अधिकारों को गंभीर नुकसान पहुंचेगा.
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हालांकि, इन सबके बीच गोस्वामी समाज के ही तमाम लोग कॉरिडोर के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने सरकार/प्रशासन की इस पहल का साथ देते हुए कॉरिडोर निर्माण में अपनी सहमति प्रदान की है.