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UP: बरेली में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र रैकेट का खुलासा, दो सगे भाई गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ ने बरेली से दो सगे भाइयों को फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एक भाई इतिहास का अध्यापक है और दूसरा साइबर कैफे चलाता है. दोनों ₹200 में बिना दस्तावेज के प्रमाण पत्र बना देते थे. बीते तीन सालों में करीब 28 लाख रुपये की ऑनलाइन कमाई और 14,000 से अधिक प्रमाण पत्र बनने की आशंका है.

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देव सिंह और रवि सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार
देव सिंह और रवि सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बरेली में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में दो सगे भाइयों देव सिंह और रवि सिंह को गिरफ्तार किया गया है.

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गिरफ्तार आरोपियों में से एक भाई बरेली में इतिहास का अध्यापक है, जबकि दूसरा साइबर कैफे चलाता है. दोनों मिलकर फर्जी पोर्टल के लिंक के जरिए देशभर में लोगों को फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर बेचते थे. हैरानी की बात यह है कि ये काम बिना किसी दस्तावेज के किया जाता था.

फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ 

महज ₹200 में जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर दिए जाते थे. लोग देश के किसी भी कोने से इनसे संपर्क कर ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनवा लेते थे. एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि पिछले तीन सालों में इस रैकेट ने करीब 28 लाख रुपये की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से कमाई की है.

अधिकारियों को शक है कि अब तक 14 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जा चुके हैं. एसटीएफ ने रवि सिंह और देव सिंह को बरेली के भमोरा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इनके नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हैं.

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पुलिस ने दो सगे भइयों को किया गिरफ्तार 

एसटीएफ का कहना है कि इस तरह के फर्जीवाड़े से न सिर्फ सरकारी व्यवस्था को नुकसान होता है, बल्कि आपराधिक तत्व भी इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.

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