बलिया में माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है. साल 2018 में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने कई ऐडेड विद्यालयों में 179 शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति की थी. यह नियुक्तियां मानक के विपरीत थीं, और इनमें कई बड़े नेताओं और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के रिश्तेदारों के नाम भी शामिल थे.
जब वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र गुप्ता ने इन नियुक्तियों की जांच शुरू की, तो उन्होंने इन शिक्षकों का वेतन रोक दिया. जांच के बाद देवेंद्र गुप्ता ने बलिया थाना कोतवाली में तहरीर देकर रमेश सिंह और उनके कार्यालय के चार लिपिकों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है.
बलिया में फर्जी नियुक्ति रैकेट का खुलासा
यह मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार और भाजपा को घेरते हुए एक्स पर पोस्ट की है. उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि सत्ता के गलियारों में गलत तरीके से नियुक्तियों का खेल चल रहा है.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
इस मामले में यह देखा जाना है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है. फिलहाल, इस मामले ने पूरे जिले और राज्य में शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल उठा दिए हैं.