उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां अयोध्या से अगवा किए गए डेढ़ साल के मासूम बच्चे को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर आरपीएफ ने सकुशल बरामद कर लिया. बच्चे के अपहरण का आरोप उसके ही पिता के बिजनेस पार्टनर प्रभात कुमार पर लगा है. वह पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद के चलते मासूम को लेकर फरार हो गया था.
दरअसल, पीड़ित पिता गोपाल कुमार दिल्ली के रहने वाले हैं और अयोध्या में मूर्तियों के व्यापार में लगे हैं. गोपाल बिहार के रहने वाले प्रभात कुमार नाम के युवक के साथ पार्टनरशिप में बिजनेस करते हैं. प्रभात का पैसा गोपाल के व्यापार में लगा था और वह उसे बार-बार वापस मांग रहा था. गोपाल ने बताया कि उसका पैसा फील्ड में फंसा हुआ था, जिसके कारण वह तत्काल भुगतान नहीं कर पाया.
इसी नाराजगी में प्रभात ने गोपाल के 15 महीने के बेटे आरव को गुरुवार सुबह घर से अगवा कर लिया. बच्चा गायब होते ही गोपाल का परिवार सदमे में आ गया. उन्होंने तुरंत अयोध्या पुलिस से संपर्क किया और केस दर्ज कराया. साथ ही गोपाल को यह अंदेशा हुआ कि प्रभात बिहार की ओर भाग सकता है, क्योंकि वह वहीं का निवासी है. उन्होंने सूझबूझ दिखाते हुए रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर बच्चे की गुमशुदगी की सूचना दी.
रेलवे कंट्रोल रूम से यह अलर्ट मिलते ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की आरपीएफ सक्रिय हो गई. आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में टीम ने तुरंत गोपाल से संपर्क कर आरोपी का हुलिया और बच्चे की फोटो हासिल की. टीम ने गया की ओर जाने वाली ट्रेनों की चेकिंग शुरू की और इसी दौरान जम्मूतवी से सियालदह जा रही ट्रेन के जनरल कोच से प्रभात और मासूम को पकड़ लिया गया.
पूछताछ में प्रभात ने पैसे के विवाद को ही इस अपहरण का कारण बताया. आरपीएफ ने आरोपी को अयोध्या पुलिस को सौंप दिया और बच्चे को चाइल्ड लाइन के माध्यम से परिजनों को सौंप दिया गया. गोपाल ने आरपीएफ का आभार जताते हुए कहा कि 139 नंबर पर कॉल करने के 15 मिनट के भीतर उन्हें उनका बच्चा वापस मिल गया, जो उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी राहत थी.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति एक छोटे बच्चे को लेकर भाग रहा है. शिकायतकर्ता से संपर्क करने पर पता चला कि उसका 15 महीने का बेटा आरोपी प्रभात कुमार द्वारा अपहरण कर लिया गया है, जो बिहार के गया का निवासी है. सूचना के आधार पर गया की ओर जाने वाली ट्रेनों की सघन तलाशी शुरू की गई.
जांच के दौरान ट्रेन संख्या 13152 डाउन में जनरल कोच से बच्चे और आरोपी को बरामद कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि प्रभात अपने साथी गोपाल कुमार के साथ अयोध्या में मूर्ति सेल का कार्य करता है. दोनों के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था. जिसके कारण प्रभात ने गोपाल के बेटे को अगवा कर लिया. मामला राम जन्मभूमि थाना क्षेत्र से संबंधित था, जहां पहले ही मुकदमा दर्ज था. आरोपी को अयोध्या पुलिस को सौंप दिया गया और बच्चा चाइल्डलाइन के माध्यम से परिजनों को सुपुर्द किया गया.