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बरेली: भगवान राम के खिलाफ अनस पठान ने लिखी ऐसी बात, नतीजा ऐसा कि अब सीधा खड़ा नहीं हो रहा पैरों पर

बरेली के प्रेम नगर क्षेत्र में अनस पठान नामक युवक ने सोशल मीडिया पर भगवान श्री राम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की. शिकायत मिलते ही पुलिस ने 24 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बरेली पुलिस ने उसका वीडियो जारी किया, जिसमें वह हाथ जोड़कर माफी मांगता और पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा है. पुलिस ने चेताया है कि धार्मिक भावनाएं भड़काने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.

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अनस पठान ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी (Photo: ITG)
अनस पठान ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी (Photo: ITG)

यूपी के बरेली में भगवान श्री राम पर अभद्र टिप्पणी करने वाले युवक को पुलिस ने ऐसा सबक सिखाया कि अब वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा. अब वह अपने पैरों पर ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा. बरेली पुलिस की ओर से यह वीडियो सार्वजनिक किया गया है, जिससे साफ दिखाई देता है कि सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वालों के खिलाफ  प्रशासन की कार्रवाई कितनी तीव्र है.

मामला कहां और कैसे शुरू हुआ

पूरा मामला थाना प्रेम नगर क्षेत्र का है. यहीं के रहने वाले अनस पठान नामक युवक ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर भगवान श्री राम को लेकर अभद्र शब्दों का प्रयोग किया था. उसने अवध भाषा में एक पोस्ट लिखकर उसे कई समूहों में वायरल कर दिया. जैसे ही यह पोस्ट सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर पहुंची, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया. धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले इस पोस्ट को लेकर संगठन के प्रतिनिधियों ने तुरंत बरेली पुलिस और साइबर सेल से शिकायत दर्ज कराई. शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आई और 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने ना सिर्फ आरोपी को पकड़ा बल्कि उसके मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट्स और पोस्ट के सभी स्क्रीनशॉट्स को भी जब्त कर लिया.

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आरोपी का हाल देखकर लोग हुए हैरान

बरेली पुलिस ने आरोपी का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें अनस पठान पुलिस के सामने हाथ जोड़कर गलती हो गई, माफ कर दीजिए कहते हुए बार-बार गिड़गिड़ा रहा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि युवक बुरी तरह सहमा हुआ है और अपने पैरों पर ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा. पुलिस का कहना है कि किसी को भी धर्म या समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवक ने सोशल मीडिया पर जानबूझकर उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया था, जिससे शहर का माहौल बिगड़ सकता था. इसी वजह से उसके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और उसे जेल भेज दिया गया है.

पुलिस अधिकारी बोले - सोशल मीडिया पर सोच-समझकर करें पोस्ट

मामले में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम आशुतोष शिवम ने बताया कि बरेली पुलिस पूरी तरह सतर्क है. किसी भी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने या सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जाएगी, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शहर की शांति और एकता हमारे लिए सर्वोपरि है. जो भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर भड़काऊ या अपमानजनक सामग्री पोस्ट करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. हम सभी से अपील करते हैं कि किसी भी पोस्ट को वायरल करने से पहले दो बार सोचें.

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थाने में दर्ज हुआ मुकदमा, जेल की राह पर पहुंचा आरोपी

थाना प्रेम नगर पुलिस ने इस संबंध में बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. आरोपी अनस पठान, निवासी शाहाबाद (थाना प्रेम नगर क्षेत्र), को गिरफ्तार कर 24 घंटे के भीतर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान आरोपी ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसा न करने का वादा किया, लेकिन कानून के अनुसार उसे जेल भेजा गया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धर्म, समाज और शांति भंग करने की मंशा से भड़काऊ पोस्ट साझा करने का अपराध सिद्ध हुआ है. इस तरह की गतिविधियां न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि समाज की सद्भावना को भी चोट पहुंचाती हैं.

जनता से पुलिस की अपील

बरेली पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर यह संदेश जारी किया है कि कृपया सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करें. किसी भी धर्म, जाति या व्यक्ति विशेष के खिलाफ अभद्र भाषा या आपत्तिजनक टिप्पणी से परहेज करें. ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का कहना है कि इंटरनेट एक शक्तिशाली माध्यम है, लेकिन यदि इसका उपयोग गलत दिशा में किया गया, तो यह समाज के लिए जहर बन सकता है.

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हिंदू संगठनों ने जताई संतुष्टि

हिंदू संगठनों ने बरेली पुलिस की तत्परता और निष्पक्ष कार्रवाई की सराहना की है. संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि इस तरह की सख्ती से भविष्य में कोई भी व्यक्ति धर्म या आस्था से जुड़ी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भगवान श्री राम का अपमान नहीं था, बल्कि उन करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं का अपमान था जो हर दिन उनकी आराधना करते हैं.

बरेली पुलिस की तत्परता पर लोगों ने जताया भरोसा

शहरवासियों ने सोशल मीडिया पर बरेली पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए लिखा कि धर्म और आस्था का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होना चाहिए.  लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया की आज़ादी का मतलब यह नहीं कि कोई भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाए या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करे.
 

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