
यूपी के बागपत में दिनदहाड़े ग्राम प्रधान धर्मेंद्र तोमर की हत्या के बाद तनावपूर्ण माहौल है. पूरा सिरसली गांव छावनी में तब्दील हो चुका है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात है. इस बीच मृतक प्रधान के परिवार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हम भी किसी से कम नहीं हैं. पुलिस जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार कर एक्शन ले. इतना ही नहीं परिजनों ने मुख्य आरोपी आयुष तोमर की तस्वीर भी जारी की जिसमें वो टशन दिखाता हुआ नजर आ रहा है.
आपको बता दें कि बीते दिनों बागपत के सिरसली गांव में प्रधान धर्मेंद्र सिंह की दिनदहाड़े हुई हत्या के बाद अब मुख्य आरोपी आयुष तोमर की तस्वीर सामने आई है. रौबदार दाढ़ी में नजर आ रहा आयुष हाल ही में जेल से छूटा है और उस पर यूपी-उत्तराखंड में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं. हैरानी की बात ये है कि उसके पूरे परिवार- दादा, मां-बाप, चाचा पर भी हत्या जैसे गंभीर केस हैं.
आयुष पर आरोप है कि उसने पूर्व प्रधान की हत्या की पैरवी कर रहे धर्मेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी. फिलहाल, पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी हैं. लेकिन अभी तक आयुष पकड़ से बाहर है.
गौरतलब है कि जैसे ही पुलिस ने आरोपी आयुष तोमर की कुंडली खंगाली अधिकारियों के होश उड़ गए. क्योंकि, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक 18 से ज्यादा संगीन आपराधिक मुकदमे आयुष की फाइल में दर्ज हैं. आयुष हाल ही में जेल से बाहर निकला था और बाहर निकलते ही खूनी खेल खेल गया.
ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह की हत्या सिर्फ व्यक्तिगत रंजिश नहीं, बल्कि सत्ता की जंग का खूनी नतीजा है. आयुष और उसके परिवार ने चुनावी रंजिश के चलते पहले भी एक ग्राम प्रधान भूपेंद्र तोमर की हत्या की थी, जिसके पक्ष के साथ प्रधान धर्मेंद्र थे. अब वही पैरवी उनकी जान पर भारी पड़ गई.
वहीं, हैरान करने वाली बात ये है कि आयुष तोमर इस जुर्म की दुनिया का अकेला खिलाड़ी नहीं है. उसके दादा, मां-बाप, यहां तक कि चाचा तक पर हत्या के मामले दर्ज हैं. कई तो अभी भी जेल की सलाखों के पीछे हैं. ऐसा लगता है जैसे ये पूरा खानदान खून और खौफ का सिंडिकेट चलाता है. अब पुलिस ने आयुष की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमों को एक्टिव कर दिया है.
मामले में एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आयुष द्वारा हत्या की बात कही जा रही है. जिसपर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. यूपी और उत्तराखंड में उसपर 18 मुकदमे दर्ज हैं. इसके परिवार पर भी केस दर्ज हैं. जांच-पड़ताल चल रही है. तलाशी अभियान जारी है.