अयोध्या में 5 जून को राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा होगी. गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर प्रभु श्रीराम के दरबार सहित कुल 7 मंदिरों में भव्य प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा. अभिजित मुहूर्त और स्थिर लग्न में होने वाले इस आयोजन को अयोध्या और काशी के 101 आचार्य मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से संपन्न कराएंगे. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे.
आपको बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को इस ऐतिहासिक अनुष्ठान में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया हुआ है, जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है. खास बात यह है कि 5 जून को ही सीएम योगी का जन्मदिन भी है.
योगी के जन्मदिन पर संत समाज का विशेष आयोजन
अयोध्या की सबसे बड़ी गद्दी के महंत कृपालु दास जी महाराज ने कहा है कि ये स्वर्णिम संयोग है कि जिस धरती पर प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ, वहां उनके दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं मौजूद रहेंगे. यह केवल धार्मिक नहीं, सांस्कृतिक सौभाग्य है.
उन्होंने आगे बताया कि यह आयोजन चक्रवर्ती महाराज दशरथ जी के महल से आरंभ होगा, जिसे फूलों से सजाया गया है. ये फूलों की झांकी न केवल सौंदर्य है, बल्कि गर्मी से बचाव और स्वागत की परंपरा का भी प्रतीक है.
अस्पतालों में होगा फल वितरण, भाजपा कार्यकर्ता करेंगे जनसेवा
अयोध्या के पहले महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने जानकारी दी कि सीएम योगी के जन्मदिवस और प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर भाजपा कार्यकर्ता अस्पतालों में फल वितरण करेंगे और आमजन की सेवा से इस दिन को और भी पुण्यमय बनाएंगे.
2 जून को कलश यात्रा, 3 जून से धार्मिक अनुष्ठान आरंभ होंगे.
प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 2 जून को महिलाओं द्वारा भव्य सरयू जल कलश यात्रा निकाली जाएगी. 3 जून से 5 जून तक विशेष पूजा-पाठ, अनुष्ठान और आध्यात्मिक क्रियाएं चलेंगी. 3 और 4 जून को पूजा सुबह 6:30 से रात 9 बजे तक चलेगी. 5 जून को सुबह 5:30 बजे पूजा प्रारंभ होगी और 11 बजे के बाद प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी.
चप्पा-चप्पा सजा, हर कोना राममय, अयोध्या तैयार है ऐतिहासिक क्षण के लिए
फिलहाल, अयोध्या की हर गली, मंदिरों, सड़कों को सजा दिया गया है. जगह-जगह भगवा ध्वज, फूलों की सजावट, रंगोली और दीपों की रोशनी से राम नगरी जगमग है. उधर, श्रद्धालुओं का सैलाब भी उमड़ रहा है. प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.
203 फीट ऊंचाई पर दमकेगा रहा राम मंदिर का शिखर
29 अप्रैल को राम मंदिर के शिखर पर 42 फीट ऊंचा धर्म ध्वजदंड स्थापित किया गया, जिससे मंदिर की कुल ऊंचाई 203 फीट हो गई है.
5.5 टन वजनी यह ध्वजदंड पीतल से बना है और इसे 60 कुशल कारीगरों ने 7 महीने में तैयार किया है. इसकी अनुमानित आयु 100 वर्षों तक मानी जा रही है.