यूपी के अलीगढ़ में परसों ही जन्मदिन मनाने वाली क्लास 6 की छात्रा मानवी सिंह की गैस गीजर से दम घुटने के कारण बाथरूम में मौत हो गई. करीब एक घंटे तक बाहर न आने पर प्लंबर की मदद से दरवाजा तोड़ा गया.
सेना के जवान की बेटी थी मानवी
मानवी सिंह के पिता देवेंद्र सिंह सेना में सेवारत हैं और वर्तमान में जैसलमेर में तैनात हैं. मानवी अपनी शिक्षिका मां नीतू सिंह और छोटे भाई आरव के साथ शिवाजीपुरम कॉलोनी में रहती थी.
परसों ही मानवी का जन्मदिन था, जिसके उपलक्ष्य में घर में पार्टी हुई थी. इस दुर्घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है. मानवी ओएलएफ स्कूल में छठी कक्षा की छात्रा थी.
दरवाजा तोड़कर निकाली गई बेसुध
देवेंद्र सिंह के भतीजे आयुष के अनुसार, रविवार को अवकाश होने के कारण मानवी घर पर ही थी. करीब 11:30 बजे वह बाथरूम में नहाने गई. लगभग एक घंटे तक जब वह बाहर नहीं आई, तो मां नीतू सिंह का ध्यान उस ओर गया. घर पर प्लंबर के आने पर आवाज लगाने के बावजूद जब अंदर से कोई जवाब नहीं आया, तो प्लंबर की मदद से बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया.
अस्पताल में मृत घोषित
दरवाजा तोड़ने पर मानवी बाथरूम में बेसुध अवस्था में पड़ी मिली. आनन-फानन में परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर भागे, मगर डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. विशेषज्ञों के अनुसार, बंद बाथरूम में गैस गीजर चलाने से ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बनने लगती है, जो दम घुटने का कारण बनती है.