बिहार चुनाव का असर उत्तर प्रदेश की सियासत में भी देखने को मिल रहा है. समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता रविदास मेहरोत्रा के एक बयान में इसकी झलक देखने को मिली. मेहरोत्रा का कहना है कि हमारे तमाम नेता, प्रदेश की जनता, सपा के लाखों कार्यकर्ता यह चाहते हैं कि INDIA गठबंधन की अगुवाई समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी करें.
बकौल रविदास मेहरोत्रा- उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है और देश में तीसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं, INDIA गठबंधन की नंबर 2 की पार्टी है. बाकी जो छोटे दल हैं उसमें सभी दल ये चाहते हैं कि अखिलेश यादव INDIA गठबंधन की अगुवाई करें.
उधर, सपा नेता के इस बयान पर यूपी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह ने रिएक्ट किया है. उन्होंने सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई भी लीड करे, लेकिन इन लोगों को लीड तो मिलनी नहीं है. यह केवल पार्टी और अपने घर में ही लीड कर सकते हैं.
दयाशंकर सिंह ने कहा कि हम लोग पहले भी कहते थे यह स्वार्थ का गठबंधन है, बहुत लंबा नहीं चलने वाला है. सपा और आरजेडी का तो जन्म ही कांग्रेस के खिलाफ हुआ था और आज कांग्रेस के पिछलग्गू बनकर काम कर रहे हैं. जहां स्वार्थ पूरा नहीं होगा गठबंधन बिखर जाएगा.
गौरतलब है कि बिहार चुनाव में विपक्ष को करारी शिकस्त मिली है. एनडीए ने जीत का परचम फहराया है. अखिलेश यादव भी विपक्ष के लिए प्रचार करने बिहार गए थे. हालांकि, उसका कोई फायदा नहीं हुआ. फिलहाल, अब विपक्ष के गठबंधन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.