रेलवे के सोशल मीडिया हैंडल X पर अकसर यात्रियों की शिकायतें देखने को मिलती हैं कि उन्होंने सीनियर सिटिजन कोटे के तहत लोअर बर्थ मांगी थी, लेकिन टिकट में उन्हें ऊपरी बर्थ अलॉट कर दी गई. लोगों के लिए ये समझना मुश्किल हो जाता है कि जब बुजुर्ग यात्रियों के लिए अलग से कोटा मौजूद है, तो फिर उन्हें आरामदायक लोअर बर्थ की जगह ऊपर की बर्थ कैसे मिल जाती है.
अब इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक ‘टीटीई’ इस सवाल का जवाब समझाने की कोशिश करता नजर आता है. 36 सेकेंड का यह वीडियो डिब्रूगढ़–राजधानी एक्सप्रेस का बताया जा रहा है. वीडियो में टीटीई की ड्रेस पहने एक व्यक्ति यात्रियों को संबोधित करते हुए पूरे मामले की वजह समझा रहा है.
वीडियो में वह कहता है कि आज हम ट्रेन संख्या 2424 डिब्रूगढ़ राजधानी में सवार हैं. यहां 4 पैसेंजर हैं, और सभी वरिष्ठ नागरिक हैं. इनमें से किसी को भी लोअर बर्थ नहीं मिली है—सबको मिडिल और अपर बर्थ अलॉट हुई है. इसलिए इन्होंने मुझसे पूछा कि ऐसा क्यों हुआ?
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ऐसा क्यों होता है...
टीटीई आगे समझाते हुए कहता है कि अगर आप सीनियर सिटिजन कोटे का फायदा लेकर लोअर बर्थ पाना चाहते हैं, तो एक टिकट पर सिर्फ दो यात्रियों का ही रिज़र्वेशन कराना चाहिए. यदि एक ही टिकट पर 3 या 4 लोगों की बुकिंग कराई जाती है, तो सिस्टम उन्हें सीनियर सिटिजन कोटे का लाभ नहीं देता.
इसलिए, अगर दो से ज्यादा सीनियर सिटिजन लोअर सीट का फायदा लेना चाहते हैं, तो उन्हें दो-दो करके अलग-अलग टिकट में बुकिंग करनी चाहिए. इसी तरीके से उन्हें लोअर बर्थ मिलने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है.
मतलब साफ है कि अगर आप एक साथ चार लोगों का टिकट बुक करते हैं और चारों ही सीनियर सिटिजन हैं, तो यह जरूरी नहीं कि उन्हें लोअर सीट मिले. ऐसा इसलिए क्योंकि एक टिकट में ज्यादा यात्रियों की बुकिंग होने पर टिकट को सीनियर सिटिजन कोटे में नहीं, बल्कि जनरल बुकिंग में गिन लिया जाता है. ऐसे में कंप्यूटर जो भी सीट अलॉट करता है, उसी से संतोष करना पड़ता है.
रेलवे ने क्या कहा
एक X यूजर के सवाल पर IRCTC ने भी यही जवाब दिया. उसके मुताबिक,लोअर बर्थ / सीनियर सिटिजन कोटा की सीटें दो तरह के यात्रियों के लिए आरक्षित होती हैं.पुरुष, जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा हो. महिला, जिनकी उम्र 45 साल या उससे ज्यादा हो.
लेकिन यह सुविधा तभी लागू होती है जब सीनियर सिटिजन योग्यता वाले यात्री अकेले या दो लोग एक ही टिकट पर यात्रा कर रहे हों.
अगर एक टिकट पर दो से ज्यादा लोग यात्रा कर रहे हों, या किसी सीनियर सिटिजन के साथ गैर-सीनियर व्यक्ति भी हो, तो सिस्टम उस टिकट को सीनियर सिटिजन कोटा में नहीं गिनता.ऐसे में उस टिकट को जनरल क्वोटा माना जाता है और लोअर बर्थ का लाभ नहीं दिया जाता.