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एक्सीडेंट के बाद लाइफ सपोर्ट पर था बच्चा, पुलिस ने ऐसे पूरी की उसकी अंतिम इच्छा

मिनेसोटा में एक भारतीय मूल के बच्चे को एक एक्सीडेंट के बाद दिल का दौरा पड़ा था. ब्रेन डेड होने के बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. बच्चे की आखिरी इच्छा एक पुलिस अफसर बनने की थी. ऐसे में लाइफ सपोर्ट पर ही उसकी ये अंतिम इच्छा भी पूरी की गई.

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 लाइफ सपोर्ट पर रखे ब्रेन डेड बच्चे की ऐसे पूरी हुई अंतिम इच्छा (Photo - AI Generated)
लाइफ सपोर्ट पर रखे ब्रेन डेड बच्चे की ऐसे पूरी हुई अंतिम इच्छा (Photo - AI Generated)

अमेरिका के मिनेसोटा में गंभीर रूप से घायल बच्चा जो अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर था. उसे पुलिस अफसर बनाया गया और उसकी शपथ दिलाई गई. क्योंकि उस बच्चे की यह अंतिम इच्छा थी. वह बड़ा होकर एक पुलिस अफसर बनना चाहता था. इसलिए पुलिस विभाग ने उसकी अंतिम इच्छा करते हुए एक पुलिस अफसर की मानद उपाधि थी. इसके कुछ समय बाद ही उसका वेंटिलेटर  हटा दिया गया.

पुलिस अधिकारी बनने का था सपना
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को सार्टेल पुलिस विभाग ने राघव श्रेष्ठ नाम के बच्चे को पुलिस अफसर का बैज देकर औपचारिक रूप से विभाग का एक मानद सदस्य घोषित किया. विभाग के अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले एक रोड एक्सीडेंट के बाद दिल का दौरा पड़ने पर राघव को हेनेपिन काउंटी मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था.

सार्टेल पुलिस प्रमुख ब्रैंडन सिलगजॉर्ड ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि जब उन्हें पता चला कि राघव हमेशा से बड़ा होकर एक पुलिस अधिकारी बनना चाहता था, तो उनकी टीम उससे मिलने गई और उसके परिवार के सामने उसे शपथ दिलाई.

साइकिल चलाने के दौरान हुआ हादसा
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक भारतीय मूल का 12 वर्षीय राघव श्रेष्ठ सार्टेल के सेंट स्टीफन्स मिडल स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र था. रविवार को नॉर्थसाइड पार्क में साइकिल चलाने के दौरान एक पहाड़ी से नीचे आते हुए उसका एक्सीडेंट हो गया. हेलमेट पहने होने के बावजूद राघव के सिर में गंभीर चोट आई जिससे उसे दिल का दौरा पड़ गया.

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गंभीर हालत में किया गया एयरलिफ्ट
राघव के एक दोस्त ने तुरंत पुलिस को फोन किया. लेकिन सटीक लोकेशन बताने में उसे परेशानी हुई. इस दौरान वहां से गुजर रहे व्यक्ति ने पुलिस से लोकेशन की पुष्टि की और राघव को सीपीआर देना शुरू किया.

उसे गंभीर हालत में मिनियापोलिस अस्पताल एयरलिफ्ट किया गया, जहां उसकी हालत और बिगड़ गई. गुरुवार को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. इसके बाद पुलिस विभाग को जब बच्चे की अंतिम इच्छा का पता चला तो अस्पताल पहुंचकर उसे एक अफसर की शपथ दिलाई गई. फिर वेंटिलेटर सपोर्ट हटा दिया गया और कुछ समय बाद ही राघव की मौत हो गई.

पुलिस ने शुरू किया फंडरेजर
ब्रैंडन ने आगे बताया कि राघव के शोकाकुल परिवार के लिए सार्टेल पुलिस विभाग और कम्युनिटी ने फंडरेजर शुरू किया है, जिसके जरिए अब तक वे 36,000 डॉलर जुटा चुके हैं.

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