दुबई में लोग गधी के दूध से बना साबुन खूब खरीद रहे हैं. आखिर इस साबुन की ऐसी क्या खासियत है कि यूएई समेत खाड़ी देशों और जॉर्डन व मिस्र में भी इसकी डिमांड बढ़ गई है.
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अटन डंकी मिल्क सोप नामक कंपनी, अम्मान से 35 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में मदाबा स्थित अपने फार्म में 100 प्रतिशत प्राकृतिक साबुन बनाती है. यहां उसके 12 गधे हैं. जॉर्डन की राजधानी अम्मान में कंपनी की एक छोटी सी निर्माण वर्कशॉप भी है. जॉर्डन में इस साबुन की काफी डिमांड है.
मार्केट में उपलब्ध हैं अलग-अलग ब्रांड के साबुन
इसी तरह दुबई में भी गधी के दूध से बने अलग-अलग ब्रांड के साबुन खूब बिकते हैं. शुरुआत में जब यह साबुन जॉर्डन में लॉन्च हुआ था तो लोगों ने इसका मजाक उड़ाया. फिर इसके फायदे सामने आने के बाद इसकी डिमांड बढ़ने लगी.
रिपोर्ट के अनुसार गधी के दूध में खनिज और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है. यही वजह है कि यह त्वचा को नमी प्रदान करने में मदद करती है. इसमें काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट भी होते हैं. ये तत्व त्वचा को धूप और बढ़ती उम्र के प्रभावों से बचाते हैं.
गधी के दूध की है ये खासियत
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पर्यावरण कार्यकर्ता और सेवानिवृत शिक्षक अल जुबी ने बताया कि एक शोध से पता चलता है कि गधे का दूध त्वचा की कोशिकाओं को फिर से जीवित करने, बढ़ते उम्र के प्रभावों को कम करने और एक्जिमा जैसे त्वचा रोगों को ठीक करने में मदद करता है.
उन्होंने बताया कि गधी के दूध का साबुन त्वचा की नमी के स्तर को संतुलित करने, झुर्रियों के साथ-साथ दाग-धब्बों और मुंहासों के प्रभाव को दूर करने में योगदान देता है.
एक साबुन की है इतनी कीमत
गधे के दूध में जैतून का तेल, बादाम का तेल, नारियल तेल मिलाकर साबुन बनाया जाता है. गधी के दूध से बने साबुन की कीमत भी कम नहीं होती है. अमेजन सहित कई सारे ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर इस साबुन के एक टिक्की की कीमत 25 दिनार से लेकर 99 दिनार यानी 600 से लेकर 2500 रुपये तक होती है.
आहार विशेषज्ञों का कहना है कि गधी के दूध में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, बी1, बी2, सी और ई, उच्च स्तर के मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, जिंक और सोडियम होते हैं.
गधे के दूध का सौंदर्य प्रसाधनों में होता रहा है इस्तेमाल
गधे के दूध का सौंदर्य प्रसाधनों में इस्तेमाल करने की परंपरा का अपना एक अलग इतिहास भी रहा है. कहा जाता है कि इजिप्ट की रानी क्लियोपेट्रा अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए गधी के दूध से नहाती थी.