छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा बच्चों को अंग्रेजी के बेसिक शब्दों की गलत स्पेलिंग सिखाने का मामला सामने आया है. वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया. यह घटना ग्रामीण शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रही है, जहां बुनियादी ज्ञान में ही चूक हो रही है.
कहां की है ये घटना
आपको बता दें कि ये घटना बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक स्थित प्राथमिक पाठशाला मचानडांड कोगवार की है. इस स्कूल में कुल 42 बच्चे पढ़ते हैं और दो शिक्षक तैनात थे. वीडियो में आप देख सकते हैं कि वायरल हो रहे टीचर सहायक शिक्षक एलबी प्रवीण टोप्पो (LB Praveen Toppo)। बच्चों को वीडियो में वे क्लासरूम में ब्लैकबोर्ड पर गलत स्पेलिंग लिखते और पढ़ाते नजर आ रहे हैं.
गलत स्पेलिंग के उदाहरण:
'Nose' (नाक) को 'Noge' लिखा और पढ़ाया.
'Ear' (कान) को 'Eare'.
'Eye' (आंख) को 'Ley'.
इसके अलावा, दिनों के नाम (जैसे Monday, Tuesday आदि), 'Father' (पिता), 'Mother' (माता), 'Brother' (भाई), 'Sister' (बहन) जैसे सामान्य शब्दों की स्पेलिंग भी गलत पढ़ा रहे हैं. इस वीडियो को कछ लोगों ने छुपकर रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो देखते ही वायरल हो गया.
वायरल हो रहे टीचर बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर सप्ताह के नाम भी गलत पढ़ा रहे हैं. आप देख सकते हैं कि Sunday = Sanday. Wednesday = Wensday. टीचर ने सप्ताह के सातों दिन में से एक भी दिन की स्पेलिंग सही नहीं लिखा पाएं. माता-पिता बहन की इंग्लिस भी टीचर नहीं लिख पाएं.
वीडियो की कहानी क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र के कोगवार गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल की है. इस स्कूल में रोज 42 बच्चे आते हैं और उनके लिए सिर्फ दो टीचर हैं. गांव वालों ने बताया कि स्थिति काफी खराब रहती है.एक टीचर, कमलेश पंडो, अक्सर शराब पीकर स्कूल आते हैं और फिर क्लास में सो जाते हैं. दूसरे टीचर वही हैं जिनकी गलत अंग्रेजी वाला वीडियो वायरल हुआ है.वीडियो सामने आते ही माता-पिता और गांव वालों ने शिकायत की. मामला जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंचा, और तुरंत ही उस टीचर को सस्पेंड कर दिया गया.
तत्काल प्रभाव से टीचर निलंबित
आपको बता दें कि वीडियो वायरल होते ही जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) एमआर यादव ने संज्ञान लिया. उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए. संकुल समन्वयक को स्कूल भेजा गया, जहां निरीक्षण में आरोप सही पाए गए. 15 नवंबर 2025 को तत्काल प्रभाव से प्रवीण टोप्पो को निलंबित कर दिया गया. निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय जिला शिक्षा कार्यालय निर्धारित किया गया है.अभिभावकों ने प्रतिक्रिया में कहा कि ऐसी गलतियां बच्चों के भविष्य को प्रभावित करेंगी. उन्होंने स्कूल में दूसरे शिक्षक की तैनाती की मांग भी की है.
सोशल मीडिया पर क्या प्रतिक्रिया है?
लोग वीडियो देखकर मज़ाक कर रहे हैं, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई काफी कड़वी है. बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल रही. वे गलत चीजें रट रहे हैं, और इसका असर उनके भविष्य पर पड़ेगा. यह सिर्फ एक स्कूल की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की समस्या है और फिलहाल, ऐसा लगता है कि सिस्टम इस परीक्षा में फेल हो रहा है.