दिल्ली के चीफ सेक्रटरी अंशु प्रकाश से कथित मारपीट के मामले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के दो विधायक जेल में कैरम खेलकर समय बिता रहे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है. आरोपी विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान को 40 अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ तिहाड़ के मंडोली जेल में रखा गया है. आइए जानते हैं पूरा मामला...
एनबीटी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों विधायक ज्यादातर वक्त जेल में कैरम खेल रहे हैं. सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मंडोली के जेल नंबर-13 के मुलाहजा वॉर्ड में विधायकों को रखा गया है.
जिन 40 अन्य कैदियों के साथ विधायक रह रहे हैं, उनमें कई पर हत्या, लूट, चोरी वगैरह के आरोप हैं. विधायकों को कैदी नंबर-643 और 644 दिया गया है.
शुरुआत के दिनों में विधायकों को जेल के रूटीन में ढलने में परेशानी हुई थी. लेकिन बाद में वे आराम से जेल के रूटीन को फॉलो करते देखे गए.
जेल में अखबार और मैगजीन पढ़ने की भी सुविधा है. दोनों विधायक कुछ वक्त के लिए एक्सरसाइज भी करते हैं.
अन्य कैदियों की तरह दोनों विधायकों पर जेल के अधिकारी सीसीटीवी से निगरानी रखते हैं. दोनों की सुरक्षा के लिए भी जेल के अधिकारी खासतौर से ध्यान दे रहे हैं.
दोनों विधायकों का मेडिकल जांच भी किया गया था. इसमें उनका बीपी वगैरह नॉर्मल आया था. दोनों जेल लंगर में बना खाना ही खा रहे हैं.
आपको बता दें कि 19 फरवरी की रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित तौर से मारपीट हुई थी. इसके बाद दिल्ली की राजनीति में जमकर हंगामा मच गया था.
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया था. इस दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों ने सरकारी विज्ञापन रिलीज करने का दबाव बनाया और उनके साथ मारपीट की.
मुख्य सचिव के साथ मारपीट के बाद आईएएस एसोसिएशन ने जमकर विरोध किया था. मारपीट के अगले दिन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की शिकायत के बाद पुलिस ने आप विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी.
अंशु प्रकाश की ओर से किए गए शिकायत में लिखा गया था- '19 फरवरी को मुझे रात करीब 8.45 बजे मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन की तरफ से फोन किया गया और कहा गया कि मुख्यमंत्री आवास पर रात 12 बजे मीटिंग में आना है, जहां मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री टीवी विज्ञापनों के मुद्दे पर चर्चा करेंगे. मैंने कहा कि मीटिंग कल सुबह रख लीजिए, लेकिन वो नहीं माने.'
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के बाद दिल्ली सरकार के कर्मचारियों
ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था. वहीं, पुलिस के मुताबिक मुख्य सचिव अंशु
प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट में उनके चेहरे पर कट का निशान और कंधे पर चोट
के निशान पाए गए थे.