इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अंपायर्स के फैसले पर सवाल उठते आए हैं. लेकिन शुक्रवार को राजस्थान रॉयल्स (RR) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच हुए मुकाबले के दौरान आखिरी ओवर में नो-बॉल नहीं देने के बाद खराब अंपायरिंग को लेकर कुछ ज्यादा ही बहस छिड़ गई है.
दरअसल शुक्रवार को हुए 34वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को आखिरी छह गेंदों पर 36 रन चाहिए थे, जो काफी मुश्किल दिखाई दे रहा था. कैरिबियाई बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल ने लगातार तीन छक्के लगाकर दिल्ली की उम्मीदें जगा दीं. ओबेड मैकॉय की तीसरी गेंद काफी ज्यादा फुलटॉस थी, लेकिन उसे अंपायर नितिन मेनन ने हाइट के लिए नो-बॉल नहीं दिया.
खराब अंपायरिंग के चलते मैदान पर मौजूद कुछ फैन्स चीटर-चीटर के नारे लगाते देखे गए. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो काफी वायरल हो रहा है.
अंपायर के इस फैसले से दिल्ली कैपिटल्स का खेमा आगबबूला हो गया. कप्तान ऋषभ और असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए. जहां ऋषभ पंत बल्लेबाजों को वापस पवेलियन आने के लिए कह रहे थे, वहीं आमरे बीच मैदान पर जाकर अंपायर से बहस करने लगे. लेकिन नियमानुसार अंपायर अपना फैसला नहीं पलट सकते थे.
फैन्स कर रहे जमकर कमेंट्स
क्रिकेट फैन्स भी इस पूरे मामले को लेकर ट्विटर पर जमकर कमेंट्स कर रहे हैं. जहां कई फैन्स अंपायर के फैसले पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. वहीं कुछ ने पंत के व्यवहार को खेल भावना के खिलाफ करार दिया.
ऐसा रहा मुकाबला...
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने दो विकेट पर 222 रनोंं का स्कोर खड़ा किया. ओपनर जोस बटलर ने इस सीजन का अपना तीसरा शतक जड़ते हुए शानदार 116 रनोंं की पारी खेली. इसके अलावा देवदत्त पडिक्कल ने 54 और कप्तान संजू सैमसन ने नाबाज 46 रनोंं का योगदान दिया.
जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 20 ओवरों में आठ विकेट पर 207 रन ही बना सकी. कप्तान ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 44 रनोंं की पारी खेली. इसके अलावा ललित यादव और पृथ्वी शॉ ने 37-37 रनोंं का योगदान दिया. राजस्थान रॉयल्स की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाए.