भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 26 मई का दिन बेहद स्पेशल है. 26 वर्ष पहले यानी साल 1999 में इसी दिन टॉन्टन के मैदान पर सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ के बीच ऐतिहासिक पार्टनरशिप हुई थी. तब गांगुली-द्रविड़ ने श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में दूसरे विकेट के लिए 318 रन जोड़े थे. उस वक्त ये वनडे इंटरनेशनल में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी थी.
सौरव गांगुली उस मुकाबले में ओपनिंग करने उतरे थे. गांगुली ने 158 गेंदों का सामना करते हुए 183 रन बनाए थे, जिसमें 17 चौके और सात छक्के शामिल रहे. गांगुली के ओडीआई का यह सबसे बड़ा स्कोर रहा. जबकि राहुल द्रविड़ तीसरे नंबर पर उतरे. द्रविड़ ने उस मुकाबले में 120 गेंदों पर 145 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 17 चौके के अलावा एक सिक्स लगाया.
उस यादगार मुकाबले में टॉस श्रीलंका के कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने जीता था और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. शुरुआत में रणतुंगा का ये फैसला सही दिख रहा था क्योंकि तेज गेंदबाज चामिंडा वास ने पहले ही ओवर में सदगोपन रमेश को एक बेहतरीन आउटस्विंगर पर बोल्ड कर दिया. इसके बाद तो सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया.
इस पार्टनरशिप के शुरुआती हाफ में सौरव गांगुली की तुलना में राहुल द्रविड़ ज्यादा आक्रामक रहे. द्रविड़ ने क्लासिक बैटिंग का बेहतरीन नमूना पेश किया और लगभग हर दिशा में चौके लगाए. द्रविड़ ने देखते ही देखते 102 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया, जो उस वर्ल्ड कप में उनका लगातार दूसरा शतक रहा. बता दें कि इससे पहले द्रविड़ ने ब्रिस्टल में केन्या के खिलाफ नाबाद 104 रन बनाए थे.
दूसरी ओर सौरव गांगुली ने भी क्रीज पर पैर जमाने के बाद बड़े शॉट्स खेले. गांगुली ने 119 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. देखा जाए तो गांगुली ने जो आखिरी 39 गेंदें खेलीं, उस पर उन्होंने 83 रन बनाए. इससे उनकी तूफानी बल्लेबाजी का पता चलता है. इस दौरान गांगुली ने श्रीलंकाई स्पिनर्स मुथैया मुरलीधरन और सनथ जयसूर्या के खिलाफ खूब रन बटोरे. गांगुली-द्रविड़ की शतकीय पारियों के दम पर भारत ने मुकाबले में छह विकेट पर 373 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया.
टारगेट का पीछा करते हुए श्रीलंका की पूरी टीम 42.3 ओवरों में 216 रनों पर सिमट गई. यानी भारतीय टीम ने वह मुकाबला 157 रनों से जीत लिया. श्रीलंका की ओर से अरविंद डिसिल्वा ने सबसे ज्यादा 56 रन बनाए थे. वहीं कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने 42 और रोशन महानामा ने 32 रनों का योगदान दिया था. भारत की तरफ से मीडियम पेसर रॉबिन सिंह ने 9.3 ओवर्स में 31 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे.
1999 वर्ल्ड कप के दौरान मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई में भारतीय टीम ग्रुप-स्टेज में पांच में तीन मैच जीतकर दूसरे स्थान पर रही थी. हालांकि, सुपर-6 में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और उसने पांच में से चार मैच गंवा दिए. इसके चलते वह खिताबी रेस से बाहर हो गई थी. बता दें कि वो वर्ल्ड कप स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जीता था.
6 महीने बाद ही टूटा गया था वो रिकॉर्ड...
सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, वो 6 महीने बाद ही टूट गया था. खास बात यह है कि उस रिकॉर्ड को राहुल द्रविड़ ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर तोड़ा था. द्रविड़-सचिन ने नवंबर 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद वनडे में दूसरे विकेट के लिए 331 रनों की साझेदारी की थी. उस मुकाबले में द्रविड़ ने 153 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 15 चौके और दो छक्के शामिल रहे.
वहीं मास्टर ब्लास्टर सचिन ने नाबाद 186 रन बनाए. सचिन ने अपनी पारी में 20 चौके और तीन छक्के लगाए. द्रविड़-सचिन का रिकॉर्ड लगभग 15 साल और तीन महीने बाद फरवरी 2015 में टूटा. तब वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और मार्लोन सैमुअल्स ने जिम्बाब्वे के विरुद्ध 372 रनों की साझेदारी कर दी थी.
वनडे इंटरनेशनल में टॉप-5 पार्टनरशिप
1. क्रिस गेल & मार्लोन सैमुअल्स (वेस्टइंडीज)- 372 रन (दूसरे विकेट के लिए)
2. शाई होप & जॉन कैम्पबेल (वेस्टइंडीज)- 365 रन (पहले विकेट के लिए)
3. सचिन तेंदुलकर & राहुल द्रविड़ (भारत)- 331 रन (दूसरे विकेट के लिए)
4. सौरव गांगुली & राहुल द्रविड़ (भारत)- 318 रन (दूसरे विकेट के लिए)
5. इमाम उल हक & फखर जमां (पाकिस्तान)- 304 रन (पहले विकेट के लिए)