Shane Warne Death: महान स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न हमारे बीच नहीं रहे. 52 साल के वॉर्न ने थाईलैंड के विला में आखिरी सांस ली. वॉर्न के निधन के बाद फैन्स को सचिन तेंदुलकर की शारजाह में खेली गई ऐतिहासिक पारियां जेहन में आ गई है. 1998 के कोका कोला कप में सचिन ने अंतिम दो मुकाबलों में शेन वॉर्न की जमकर खबर ली थी. जिसके बाद वॉर्न के सपने में भी 'सचिन' नजर आने लगे थे.
'सचिन' नाम का वो तूफान...
कोका कोला कप के छठे मुकाबले में भारत को 46 ओवरों में 276 रनोंं का संशोधित टारगेट मिला था. सौरव गांगुली के साथ ओपनिंग करने उतरे सचिन ने मानो मन में कुछ ठान रखा हो. सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को जिस तरह खेलना शुरू किया वो गुस्सा बल्लेबाजी में दिख रहा था. सचिन ने खासकर शेन वॉर्न, कैस्प्रोविज, स्टीव वॉ, टॉम मूडी किसी को नहीं बख्शा और आगे बढ़ कर चौके-छक्के जड़े.
भारत भले यह मैच हार गया था, लेकिन नेट रन रेट के दम पर उसने फाइनल में जगह बना ली थी. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में 24 अप्रैल को सचिन ने अपने 25वें जन्मदिन पर 134 रनों की धुआंधार पारी खेली और भारत ने ट्रॉफी जीत ली. सचिन की इन पारियों के बाद वॉर्न ने बताया था कि सचिन उनके सपने में भी छक्का मारकर उन्हें डराया करते थे.
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वॉर्न की 'बॉल ऑफ द सेंचुरी'
शेन वॉर्न (1992-2007) ने अपने 15 साल के सुनहरे करियर में कई बेहतरीन गेंदें फेंकीं. लेकिन 1993 के एशेज सीरीज में माइक गेटिंग को फेंकी गई बॉल काफी खास थी. वॉर्न की गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर पिच हुई और ऐसा लग रहा था कि गेंद वाइड हो सकती है, ऐसे में गेटिंग ने उसे खेलने का प्रयास नहीं किया. इस बीच तेजी से टर्न हुई गेंद गेटिंग को चकमा देते हुए उनके ऑफ स्टंप पर जा लगी, जिसे देखकर सभी हैरान रह गए. उस गेंद को 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' कहा गया था.
वॉर्न का इंटरनेशनल करियर
वॉर्न ने करियर की शुरुआत जनवरी 1992 में सिडनी टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ की थी. उन्होंने रवि शास्त्री को अपना अपना पहला शिकार बनाया था. उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार कीर्तिमान स्थापित करते गए. शेन वॉर्न ने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2007 में खेला. साल 1999 में वह ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान भी बने, लेकिन उन्हें कभी कप्तान बनने का मौका नहीं मिला.
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शेन वॉर्न ने कुल 145 टेस्ट मैच खेले. इस दौरान वॉर्न 25.41 की औसत से 708 विकेट चटकाए, जो मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक है. उनका बेस्ट प्रदर्शन 71 रन देकर आठ विकेट रहा. एक टेस्ट पारी में उन्होंने 37 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए. साथ ही दस मौकों पर उन्होंने टेस्ट मैच मे 10 या उससे ज्यादा विकेट चटकाए.
वॉर्न ने 194 वनडे इंटरनेशनल में 293 विकेट चटकाए थे. इस दौरान उनका औसत 25.73 एवं स्ट्राइक रेट 36.3 का रहा था. वनडे इंटरनेशनल करियर ने एक बार पांच विकेट चटकाए थे. वहीं 12 मौकों पर उन्होंने चार विकेट हॉल हासिल किया था.