मोहम्मद शमी एक बार फिर बदकिस्मत रहे और साउथ अफ्रीका संग होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए उनको टीम में जगह नहीं मिली. वहीं इंडिया ए स्क्वॉड से भी उनका नाम गायब रहा. बुधवार (5 नवंबर) को भारतीय टीम घोषित हुई, इसके एक दिन बाद गुरुवार (6 नवंबर) को शमी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया. जहां उन्होंने फैन्स के कई सवालों के जवाब दिए .
इस यूट्यूब वीडियो में मोहम्मद शमी ने फैन्स के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने उन्हें सवालों की एक लिस्ट पकड़ाई, जिसमें फैन्स द्वारा पूछे गए कुछ दिलचस्प सवाल थे. शमी ने एक-एक करके सभी सवालों पर खुलकर बात की.
पहले सवाल में फैन्स ने पूछा कि उनके स्ट्रगल और दर्द भरे समय में उनके साथ कौन खड़ा था? शमी ने कहा कि मुश्किल समय में केवल अपने लोग, परिवार और करीबी दोस्त साथ रहते हैं. उन्होंने साफ कहा कि दुश्मन कभी किसी की मदद करने नहीं आता है.
धोनी, विराट और रोहित में कौन बेस्ट? शमी ने बताया
शमी से दूसरा सवाल कप्तान धोनी, विराट और रोहित की कप्तानी पर था. शमी ने इस बारे में कहा यह सवाल उनसे 10 हजार से भी ज्यादा बार पूछा जा चुका है कि तीनों की कप्तानी का अपना-अपना अंदाज है.
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धोनी, विराट और रोहित तीनों टीम को अलग सोच और तरीके से लीड करते हैं. उन्होंने बताया कि कप्तानी टीम कॉम्बिनेशन और प्लेयर्स की भूमिका पर निर्भर करती है. शमी ने कहा कि इन तीनों की तुलना करना ठीक नहीं, क्योंकि तीनों भारतीय क्रिकेट के बड़े नाम हैं. शमी ने कहा-मुझे नहीं लगता है तीनों में कोई तुलना नहीं हो सकती है. ऐसे में फैन्स को यह सवाल नहीं पूछना चाहिए.
सफलता का क्या है मंत्र? वीडियो में शमी ने बताया
इस दौरान फैन्स ने शमी से सफलता का मंत्र भी पूछा? इस पर शमी ने कहा कि सफलता मेहनत, लगन और स्किल का रिजल्ट होती है. उन्होंने कहा कि पहले यह तय करना जरूरी है कि किस फील्ड में जाना है? इसके बाद मेहनत, रिजल्ट, और किस्मत अपना रोल निभाते हैं.
शमी ने बताया कि किसी भी प्रोफेशन में सफल होने के लिए लॉयल्टी और कमिटमेंट जरूरी है. उन्होंने कहा कि मेहनत ऐसे स्तर की होनी चाहिए कि लोग आपको "पागल" कहें, क्योंकि बड़ी सफलता दीवानगी से मिली मेहनत में छुपी होती है. आप जितनी मेहनत करेंगे, आपको वैसा ही रिज़ल्ट मिलेगा.
अपनी क्रिकेट अकादमी क्यों नहीं बनाते? शमी ने बताया
वीडियो में एक और सवाल था कि शमी अपनी खुद की क्रिकेट अकादमी क्यों नहीं खोलते. इस पर शमी ने बताया कि फिलहाल उन्होंने कोई प्लेटफॉर्म या अकादमी शुरू नहीं की है. हालांकि वह अपने फार्महाउस में प्रैक्टिस करते हैं और कई बच्चे वहां आकर ट्रेनिंग करते हैं.
शमी ने कहा कि टैलेंट वाला खिलाड़ी कहीं भी अभ्यास कर ले, उसे रोकना मुश्किल है. उन्होंने बताया कि अगर किसी खिलाड़ी में क्षमता है और वह मेहनती और परफॉर्मर है, तो जिन लोगों पर भरोसा नहीं है, वे भी उसे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकते. शमी ने कहा- टैलेंट दिखता है और जो दिखता है वही बिकता है.
शमी ने युवाओं को सलाह दी कि अच्छी अकादमी और अच्छे कोच के साथ ट्रेनिंग करें. उन्होंने कहा कि सब लोग एक जैसे नहीं होते, इसलिए सही माहौल और सही कोच चुनना जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट दूसरे लोगों पर नहीं, अपने टैलेंट और मेहनत पर होना चाहिए.
अंत में शमी ने संदेश दिया कि हिम्मत न हारें और अपने गेम से लोगों का भरोसा जीतें. उनका मानना है कि टैलेंट और मेहनत ही असली परिचय है, भरोसा अपने आप मिल जाता है.