इंडियन प्रीमियन प्रीमियर (IPL) 2025 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और पंजाब किंग्स (PBKS) का मुकाबला बारिश के चलते धुल गया. 26 अप्रैल (शनिवार) को ईडन गार्डन्स में आयोजित इस मुकाबले में पंजाब किंग्स ने चार विकेट पर 201 रन बनाए थे. फिर रनचेज में केकेआर एक ओवर में 7 रन बनाए, जिसके बाद आगे का खेल नहीं हो सका. मुकाबला धुलने के चलते दोनों टीमों को एक-एक अंक मिले.
पोटिंग पर क्यों भड़क गए मनोज तिवारी?
इस मुकाबले के दौरान पंजाब किंग्स के हेड कोच रिकी पोंटिंग की रणनीति पर पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने सवाल उठाए. मनोज तिवारी ने पोंटिंग पर भारतीयों की बजाय विदेशी बल्लेबाजों को तरजीह देने का आरोप लगाया है. बता दें कि इस मैच में इनफॉर्म नेहाल वढेरा और शशांक सिंह को बैटिंग करने का मौका नहीं मिला.
जबकि आउट ऑफ फॉर्म ग्लेन मैक्सवेल, मार्को जानसेन और जोश इंगलिस को शशांक-नेहाल से आगे भेजा गया. मैक्सवेल सिर्फ 7 और जानसेन 3 रन बनाकर आउट हुए, वहीं इंगलिस 11 रन पर नॉटआउट रहे. मनोज तिवारी का मानना है कि अगर इस तरह का रवैया जारी रहा, तो पंजाब किंग्स इस बार भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत पाएगी.
मनोज तिवारी ने X पर लिखा, 'मेरी आंतरिक भावना कहती है कि पंजाब की टीम इस सीजन IPL ट्रॉफी नहीं जीत पाएगी. जब वे बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैंने देखा कि कोच ने फॉर्म में चल रहे भारतीय बल्लेबाजों नेहाल वढेरा और शशांक सिंह को नहीं भेजा. बल्कि उन्होंने अपने विदेशी खिलाड़ियों पर भरोसा किया, लेकिन वे अच्छा नहीं कर पाए. निचले क्रम में भारतीय खिलाड़ियों पर उनका भरोसा कमजोर दिखा. अगर वे इसी तरह से आगे बढ़ते रहे तो टॉप-2 में जगह बनाने के बावजूद खिताब उनसे दूर रहेगा.'
ऐसा है मनोज तिवारी का इंटरनेशनल रिकॉर्ड
मनोज तिवारी ने भारतीय टीम के लिए 12 वनडे और तीन टी20 मुकाबलों में हिस्सा लिया. वनडे इंटरनेशनल में तिवारी ने 26.09 के एवरेज से 287 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा. तिवारी ने अपना इकलौता शतक (104*) वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था. वनडे इंटरनेशनल में तिवारी ने पांच विकेट भी चटकाए. टी20 इंटरनेशनल में मनोज तिवारी के नाम पर 15 रन दर्ज हैं.
मनोज तिवारी ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मुकाबले से अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया. इसके बाद उन्होंने अपना अगला मुकाबला तीन साल बाद खेला. तिवारी ने दिसंबर 2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी. चौंकाने वाली बात यह रही है कि इसके बाद उन्हें अगले 14 मैचों में मौका नहीं मिला. मनोज तिवारी ने आखिरी बार 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मुकाबले में भारत का प्रतिनिधित्व किया.