भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला रांची में आयोजित हुआ. इस मुकाबले में साउथ अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया. खास बात यह है कि इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका की ओर से केशव महाराज ने कप्तानी का जिम्मा संभाला. टेम्बा बावुमा अस्वस्थ होने के चलते इस मुकाबले का हिस्सा नहीं बन पाए.
पहले भी कर चुके अफ्रीकी टीम की कप्तानी
केशव महाराज इससे पहले भी साउथ अफ्रीका के लिए वनडे इंटरनेशनल में कप्तानी का जिम्मा संभाल चुके हैं. इस मुकाबले से पहले तक केशव महाराज ने छह वनडे मुकाबलों में साउथ अफ्रीका की कप्तानी की थी. इस दौरान अफ्रीकी टीम को दो मुकाबलों में जीत और दो में हार का सामना करना पड़ा. वहीं दो मुकाबलों का कोई नतीजा नहीं निकला.
केशव महाराज का भारत से खास नाता है. दरअसल केशव महाराज के पूर्वज भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ताल्लुक रखते थे. केशव महाराज के पिता आत्मानंद महाराज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पूर्वज 1874 के आसपास सुल्तानपुर से डरबन आकर बस गए थे. उस दौर में भारतीय लोग काम की तलाश में साउथ अफ्रीका जैसे देशों का रुख करते थे.
हनुमान जी के भक्त हैं केशव महाराज
केशव महाराज हिंदू देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. खासकर वो हनुमान जी के बड़े भक्त हैं. जब पिछले महीने केशव महाराज पहले टी20 मुकाबला खेलने के लिए तिरुवनन्तपुरम गए थे, तो उन्होंने वहां पर पद्मनाभ स्वामी मंदिर में भगवान विष्णु के दर्शन किए थे. केशव ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर इससे जुड़ी फोटो शेयर की थी. शेयर की गई फोटो में केशव महाराज पारंपरिक भारतीय वेशभूषा (धोती) में दिखाई दे रहे हैं. यही नहीं केशव महाराज ने लोगों को नवरात्रि की भी शुभकामनाएं दी थीं.
केशव महाराज का इंटरनेशनल करियर
केशव महाराज साउथ अफ्रीकी टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में अहम अंग बन चुके हैं. 32 साल के केशव महाराज ने अभी तक 45 टेस्ट, 26 वनडे और 21 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. इस दौरान महाराज ने टेस्ट मैचों में 30.61 की औसत से 154 विकेट चटकाए हैं. वहीं, इस स्पिनर के नाम पर वनडे में 28 और टी20 इंटरनेशनल में 19 विकेट दर्ज हैं. महाराज ने टेस्ट क्रिकेट में बैट से दमखम दिखाते हुए 1032 रन भी बनाए हैं. केशव के पिता आत्मानंद भी एक क्रिकेटर रह चुके हैं. हालांकि आत्मानंद को कभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला.