एसीसी मेन्स एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 में 16 नवंबर (रविवार) को भारत-ए और पाकिस्तान शाहीन्स की टक्कर हुई. दोहा केवेस्ट एंड पार्क इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में पाकिस्तान शाहीन्स ने 8 विकेट से जीत हासिल की. भारत-ए ने पाकिस्तान शाहीन्स को जीत के लिए 137 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 13.2 ओवर्स में हासिल कर लिया. इस जीत के चलते पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है.
मुकाबले में भारत-ए की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही फेल रही. भारतीय टीम के आखिरी 8 विकेट सिर्फ 45 रनों पर गिर गए. इसके चलते भारतीय टीम बड़ा स्कोर बना नहीं पाई. मैच के दौरान एक बड़ा विवाद भी देखने को मिला, जिसने भारतीय खिलाड़ियों और फैन्स को हैरान कर दिया. यह विवाद कैच को लेकर था.
10 ओवर में सुयश शर्मा की पहली गेंद पर पाकिस्तान के ओपनर माज सदाकत ने हवाई शॉट खेला, लेकिन टाइमिंग अच्छी नहीं थी. बाउंड्री पर मौजूद नेहाल वढेरा और नमन धीर ने मिलकर बेहतरीन रिले कैच पूरा किया. भारतीय खिलाड़ी आश्वस्त थे कि कैच सही से लपका गया है और वे जश्न मनाने लगे. उधर सदाकत भी पवेलियन की तरफ चल दिए थे.
भारतीय खिलाड़ियों की अंपायरों से बहस
इसी बीच पूरा मामला तीसरा अंपायर के पास गया था. टीवी अंपायर ने लंबी समीक्षा के बाद बल्लेबाज को नॉट आउट घोषित कर दिया. हैरानी की बात यह रही कि तीसरे अंपायर ने न तो बल्लेबाज को आउट दिया और न ही इसे छक्का माना. गेंद को डॉट बॉल करार देकर सभी को चौंका दिया. इससे कप्तान जितेश शर्मा और अन्य भारतीय खिलाड़ी काफी नाराज दिखे. भारतीय खिलाड़ियों की अंपायर्स से काफी देर तक बहस हुई.
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस साल जून में कैच को लेकर नियमों में कुछ बदलाव किए थे. नियम 19.5.2 के अनुसार बाउंड्री रोप के बाहर हवा में रहते हुए फील्डर गेंद को केवल एक बार छू पाएगा. उसके बाद जमीन से होने वाला हर संपर्क मैदान के अंदर होना चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है तो 6 रन दिए जाएंगे. इससे पहले तक फील्डर गेंद को बाउंड्री रोप के बाहर जाकर कई बार उछाल सकता था, बशर्ते वह बॉल के संपर्क में आने के दौरान हवा में हो.
साथ ही नए नियम के मुताबिक कोई फील्डर बाउंड्री के पास कैच लेने के दौरान गेंद को अंदर की तरफ उछालता है और फिर सीमारेखा के पार चला जाता है, वहीं दूसरा खिलाड़ी कैच लेता, तो ऐसा रिले कैच मान्य नहीं होते हैं. ऐसे रिले कैच तभी मान्य होंगे, जब गेंद को उछालने वाला फील्डर भी बाउंड्री रोप के अंदर हो.
अगर बैटर आउट नहीं था, तो डॉट बॉल क्यों दिया गया?
देखा जाए तो इस मामले में नमन धीर द्वारा कैच पूरा करने के समय शायद नेहाल वढेरा बाउंड्री लाइन के अंदर नहीं थे, इसलिए तीसरे अंपायर ने बल्लेबाज को आउट नहीं देने का फैसला किया. हालांकि तीसरे अंपायर मुर्शीद अली खान (बांग्लादेश) नियमों को समझने में चूक करते दिखे. बल्लेबाज यदि आउट नहीं था, डॉट बॉल देना पूरी तरह नियमों के खिलाफ रहा.
जब यह पूरा विवाद हुआ तब माज सदाकत 56 रन पर खेल रहे थे और पाकिस्तान को जीत के लिए सिर्फ 44 रनों की दरकार थी. सदाकत कुल मिलाकर 47 गेंदों पर नाबाद 79 रन बनाए, जिसमें सात चौके और चार छक्के शामिल रहे. मुकाबले में यह अकेला विवाद नहीं था. आशुतोष शर्मा को एलबीडब्ल्यू दिया गया, जबकि गेंद स्टम्प से दूर दिख रही थी. उधऱ रमनदीप सिंह भी रनआउट होने से बाल-बाल बच गए क्योंकि रिप्ले में अच्छे एंगल नहीं मिले.भारत-ए अब ग्रुप-बी के अपने आखिरी मुकाबले में 18 नवंबर को ओमान से भिड़ेगा. भारत-ए के लिए वो मुकाबला जीतना जरूरी होगा.