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'अब टीम इंडिया को प्रयोग बंद कर देना चाहिए', पूर्व दिग्गज ने गंभीर-सूर्या को सुनाई खरी-खरी

आकाश चोपड़ा ने कहा कि भारत को अब प्रयोग बंद कर देने चाहिए क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले सिर्फ दो सीरीज बाकी हैं. उन्होंने जोर दिया कि टीम को अब अपनी सर्वश्रेष्ठ संयोजन वाली टीम के साथ खेलना चाहिए ताकि घरेलू वर्ल्ड कप में प्रदर्शन पर दबाव न बढ़े.

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टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गंभीर (Photo: Getty)
टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गंभीर (Photo: Getty)

पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने सुझाव दिया है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज जीतने के बाद भारत को अब प्रयोग बंद कर देने चाहिए. पांच मैचों की इस सीरीज में भारतीय टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में कई संयोजन आजमाए. दूसरे टी20 में संजू तो चौथे टी20 में शिवम दुबे को नंबर 3 पर उतारा गया, जबकि तिलक वर्मा को लेकर भी प्रयोग हुए. 

वहीं, पहले दो मैचों में अर्शदीप सिंह को बाहर बैठाया गया और हर्षित राणा को मौका दिया गया. वहीं, वॉशिंगटन सुंदर को कभी-कभी फिनिशर की भूमिका में उतारा गया, लेकिन गेंद से उनका प्रयोग सीमित रहा.

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अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए चोपड़ा ने कहा कि टीम ने खुद स्वीकार किया है कि वह प्रयोग कर रही है, लेकिन अब जब वर्ल्ड कप से पहले सिर्फ 10 टी20 मैच बचे हैं, तो यह प्रयोग बंद कर देने चाहिए.

आकाश चोपड़ा ने दी नसीहत

आकाश चोपड़ा ने कहा, 'यह प्रयोगों का दौर रहा है. उम्मीद है अब यह खत्म होगा. टीम ने कहा था कि वे किसी को भी ऊपर या नीचे भेज सकते हैं, किसी को भी खेला या बाहर बैठा सकते हैं. वे एक प्रयोगात्मक दौर में हैं. अब जबकि उन्होंने यह मान लिया है, तो मानना पड़ेगा कि वे प्रयोग कर रहे हैं.'

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उन्होंने आगे कहा कि अब भारत के पास दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पांच-पांच मैचों की दो घरेलू सीरीज हैं, और अब प्रयोग की कोई गुंजाइश नहीं है. अब वर्ल्ड कप फरवरी में शुरू होगा. इससे पहले अब और प्रयोग नहीं होने चाहिए. टीम को अब उन खिलाड़ियों के साथ खेलना चाहिए जो उनके वर्ल्ड कप प्लेइंग XI का हिस्सा होंगे.

चोपड़ा ने यह भी जोड़ा कि घरेलू वर्ल्ड कप में भारत पर दबाव रहेगा, और यही वजह है कि अब स्थिर संयोजन को आजमाने का समय है. उन्होंने कहा कि घर पर वर्ल्ड कप खेलना एक फायदा भी है, लेकिन इसके साथ दबाव भी आता है. इसलिए अब प्रयोग बंद कर देने चाहिए और उसी टीम के साथ उतरना चाहिए जो असली संयोजन के सबसे करीब है. भारत अब वर्ल्ड कप से पहले दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो घरेलू सीरीज खेलेगा.

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