पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शमशेरगंज के बेडबना इलाके में हिंसा और आगजनी के बीच कई परिवार जान बचाकर भागे। एक मां अपने सात दिन के नवजात को गोद में लेकर गंगा नदी पार कर गई। पीड़िता ने बताया कि लगातार तीन दिन से हिंसा चल रही थी, लोग चुन-चुन कर मारे जा रहे थे और घर जला दिए गए। गांव छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। अब ये परिवार मालदा के वैष्णवनगर इलाके में स्कूलों में शरण लिए हुए हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि एक स्थानीय टीएमसी पार्षद इस हिंसा को बढ़ावा दे रहा है, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। पीड़ितों की बस एक ही मांग है—सुरक्षा, सम्मान और शांति।