सुप्रीम कोर्ट ने टू-फिंगर टेस्ट को लेकर अहम फैसला सुनाया है. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने टू-फिंगर टेस्ट को अवैज्ञानिक बताया है. बेंच ने कहा कि टू-फिंगर टेस्ट पीड़िता को फिर से प्रताड़ित करने जैसा है. फिंगर टेस्ट पर बवाल क्यों है? यौन हिंसा के मामलों की जांच कैसे की जाती है?