बांग्लादेश की राजनीति में विपक्षी नेता और छात्र आंदोलन के प्रमुख उस्मान हादी की मौत ने स्थिति को गंभीर बना दिया है. बारह दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान उन पर गोलीबारी हुई, जिसके कारण उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था. वहां छह दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई. उनकी मौत की खबर से बांग्लादेश की सड़कों पर तनाव फैला और कट्टरपंथी समूह सामने आए, जिन्होंने विद्रोह करते हुए कई जगह आगजनी की.