गीतकार इरशाद कामिल का कहना है कि जब उनका मन भारी होता है और अंदर से उदास महसूस करते हैं, तब कोई ऐसा गाना जो हमारी भावनाओं को समझता हो, हमें राहत देता है. ऐसा ही मुकम्मल गाना है जो हम सुनते हैं जब हमारी जिंदगी में ऐसे पल आते हैं जब कुछ सही नहीं लगता. व्यक्ति अपने मन की थकान और दर्द को महसूस करता है और उस वक्त एक ऐसा संगीत ही हमें संभालता है जो हमारे जज्बातों को दर्शाता हो.