राष्ट्रपति पुतिन ने रूस के जी आठ में वापस जुड़ने को लेकर दिलचस्प और स्पष्ट जवाब दिए हैं. उन्होंने बताया कि वे पहले ही जी आठ की बैठकों से दूर हो चुके हैं और जी सात देशों के नाम पर सवाल उठाए हैं. पुतिन ने भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका को भी माना है. उनका मानना है कि जी सात देशों की अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हैं लेकिन उनकी वैश्विक हिस्सेदारी घट रही है.