आज के इस दौर में हर किसी पर ये फॉर्मूला सटीक बैठता है. खासकर अगर आप प्राइवेट जॉब में हैं तो फिर जितनी सैलरी मिलती है, उसपर इस फॉर्मूले को लागू कर सकते हैं. रिटायरमेंट फंड के लिए भी इस नियम को अपना सकते हैं.