आजादी से पहले जब गिनी चुनी महिलाएं ही पढ़ाई कर पाती थीं, उस जमाने में गरीब तबके की महिलाओं को पढ़ाकर सशक्त बनाने के मकसद से ये स्कूल स्थापित किया गया था