महात्मा गांधी ने रामराज की स्थापना पर जोर दिया था. रामराज का मतलब केवल धार्मिक या भौतिक सत्ता नहीं है, बल्कि हर गरीब को रोजगार और सम्मान देना है. इसके अंतर्गत दिव्यांग, बुजुर्ग, महिला और अनुसूचित जाति जनजाति को सुरक्षा और संरक्षण मिलेगा. यह बिल 125 दिन की रोजगार गारंटी देता है जो कमजोर नहीं होगी. साथ ही, गांवों का संपूर्ण विकास और कृषि तथा मजदूरी के बीच संतुलन भी स्थापित किया जाएगा ताकि सभी वर्गों का उत्थान संभव हो सके.