उत्तर प्रदेश के विधानसभा और उपचुनावों को लेकर तीन अहम सवाल उठाए गए हैं. 2022 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के 18,000 शपथ पत्र ऐसे थे जिनके मतदाता फाइनल वोटर सूची में नहीं थे, लेकिन उन्होंने मतदान किया. यह सवाल किया गया है कि इन लोगों के वोट किसने काटे और इसका जवाब अब तक नहीं मिला.