वंदे मातरम की कहानी एक ऐसे समय की है, जब भारत अंग्रेजों की अधीनता में था और स्वतंत्रता संग्राम अपने चरम पर था. बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने अठारह सौ पचहत्तर में इस राष्ट्रीय गीत की रचना की थी, जो अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों और उनके जुल्मों के खिलाफ एक हिम्मत भरा जवाब था.