कार्तिक पूर्णिमा हर महीने की पूर्णिमा के बीच खास स्थान रखती है. यह पूर्णिमा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की होती है और इसका धार्मिक महत्व शैव और वैष्णव दोनों संप्रदायों में अत्यधिक है. इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था, जिसे त्रिपुरारी के नाम से भी जाना जाता है.