महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और उनके भाई राज ठाकरे के साथ आने को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं दो दशक से चल रही राजनीतिक दुश्मनी को भुलाकर ठाकरे भाई करीब आते दिख रहे हैं दोनों भाईयों ने महायुति सरकार की तरफ से प्रदेश में हिंदी को तीसरी अनिवार्य भाषा बनाने की नीति का विरोध किया है इस बीच राज्यसभा सांसद और शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत का बयान सामने आया है