आरएसएस के रजिस्ट्रेशन को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बेंगलुरु में आयोजित संघ की सौ साल की यात्रा कार्यक्रम में महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ एक व्यक्तियों का समूह है जिसे पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है। संघ को मान्यता प्राप्त संगठन माना गया है और यह स्वतंत्र भारत के कानूनों के तहत वैध है।