आज का दिन भारतीय संविधान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि संविधान की स्वीकृति की 67वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारत के संविधान का नौ भाषाओं में विमोचन किया जा रहा है. इनमें खास बात यह है कि बोडो और कश्मीरी भाषाओं का संविधान में पहली बार शामिल होना है.