दिल्ली में लाल किले के पास ब्लास्ट करने वाले आतंकी उमर की मोबाइल जांच में पता चला है कि वो सोशल मीडिया पर लोगों से दोस्ती कर उन्हें जैश-ए-मोहम्मद की विचारधारा के लिए ब्रेनवॉश करता था और बड़ा स्लीपर सेल नेटवर्क खड़ा करने की कोशिश में लगा था.