तारिक रहमान को कस्टडी में प्रताड़ना मिली और भ्रष्टाचार तथा ग्रेनेड हमलों के मामले झेलने के बाद वे 17 साल बाद अपने घर वापस लौट हैं. अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए वे अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिसमें देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा, मॉब लिंचिंग, मीडिया पर हमले जैसे मुद्दे शामिल है.