हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवार को बराबर-बराबर वोट मिले थे. ऐसा पहली बार हुआ था. इस कारण पर्ची से हार-जीत का फैसला किया गया. हालांकि, इस पर्ची के फैसले में भी कांग्रेस को किस्मत का साथ नहीं मिला और इसमें बीजेपी जीत गई.