वंदे मातरम गीत को साल 1947 में कांग्रेस ने खंडित कर दिया था और इसे उपेक्षित किया गया था. यह वह गीत है जो आजादी की लड़ाई के दौरान लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत था। उस समय वंदे मातरम के साथ राजनीतिक अन्याय हुआ जो केवल गीत तक सीमित नहीं था बल्कि आजाद भारत के सभी लोगों के खिलाफ था. इस अन्याय को समझना और सभी पीढ़ियों तक पहुंचाना जरूरी है। यही कारण है कि इस विषय पर चर्चा हो रही है ताकि इस ऐतिहासिक घटना को भुलाया न जाए और सही जानकारी लोगों तक पहुंचे.