राष्ट्रपति पुतिन ने आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी बात रखी और बताया कि रूस ने आतंकवाद का दंश झेला है जैसे भारत झेल रहा है. उन्होंने कहा कि कई देश आतंकवाद को अपनी समस्या नहीं मानते और डबल स्टैंडर्ड अपनाते हैं. पुतिन ने स्पष्ट किया कि आज़ादी के लिए कानूनी तरीके अपनाने चाहिए तथा आतंकवाद का समर्थन स्वीकार्य नहीं है. रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग कर रहा है.