क्या आप रोज़ राम नाम जपते हैं और फिर भी जीवन में दुखों से जूझ रहे हैं? प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि नाम जपते रहने पर भी पुराने कर्मों का फल भोगना पड़ता है. लेकिन नाम जप दुखों की तीव्रता और अवधि को कम कर देता है.