झारखंड के धनबाद रेलवे यार्ड में लापरवाही की बड़ी तस्वीर सामने आई है, जहां FCI की हजारों चावल की बोरियां खुले आसमान के नीचे रखी रहीं और अचानक हुई बारिश में भीग कर बर्बाद हो गईं। यह वही अनाज है जो गरीबों को सरकारी योजनाओं के तहत दिया जाना था। सवाल उठता है कि जब अनाज की इतनी अहमियत है, तो उसे बचाने के इंतजाम क्यों नहीं किए गए?