आज हम वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर उन हालातों पर चर्चा कर रहे हैं जिन्हें नई पीढ़ियों को जानना आवश्यक है. मुस्लिम लीग की तरफ से वंदे मातरम के खिलाफ विरोध की राजनीति को समझना जरूरी है. मोहम्मद अली जिना ने 15 अक्टूबर 1937 को लखनऊ से वंदे मातरम के विरोध में नारा बुलंद किया था। उस समय कांग्रेस के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को इस मुद्दे पर उचित जवाब देना चाहिए था.