आर्मेनिया ने भारतीय सेना के पिनाका रॉकेट सिस्टम की उत्कृष्टता को स्वीकार किया है। यह प्रणाली पहली बार 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पहली रेजिमेंट में शामिल हुई थी और अब 10 से अधिक रेजिमेंट इस सिस्टम को ऑपरेशनल बना चुकी हैं। इसका लक्ष्य इसे 22 रेजिमेंट तक पहुंचाना है।