इस मानसून सत्र में लोकसभा में जहां 120 घंटे चर्चा के लिए तय किए गए थे तो वहां केवल 37 घंटे ही काम हुआदू सरी तरफ राज्यसभा में भी 120 घंटे की जगह सिर्फ 47 घंटे ही काम हुआ बाकी के घंटे सांसदों ने हंगामा करके ही गुजार दिए