माना जाता है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस की भी आतंक को बढ़ाने में मिलीभगत होती है. वो भी आतंकियों को ट्रेनिंग देने का काम करती है.