लंबे समय से आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान में जनता को राहत मिलती नहीं दिख रही है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद के बावजूद सरकार आम जनता की मुश्किलों को कम करने में नाकाम साबित हो रही है. वहीं दूसरी ओर महंगाई देश में कोहराम मचा रही है.