दोनों देशों के बीच इस फैसले से दुनियाभर के बाजारों में उत्साह है. वहीं दूसरी तरफ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका की मनमानी और वर्चस्व की आलोचना करते हुए खरी-खरी सुनाई है