बिहार के लोगों के अनुसार, नीतीश कुमार द्वारा लागू शराब बंदी ने छोटे-छोटे बच्चों को सूखा नशा की ओर बढ़ने पर मजबूर कर दिया है. बच्चे अब गुटखा, खैनी, गांजा जैसे सूखे नशों का सेवन कर रहे हैं, जिससे उनकी सेहत और भविष्य दोनों प्रभावित हो रहे हैं. यह समस्या गंभीर रूप से बढ़ रही है और इसे गंभीरता से लेना जरूरी है.